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Wednesday, August 22, 2018

प्रश्न:-बिग बैंग सिद्धांत का विस्तार से वर्णन कीजिए?


   आधुनिक सिद्धांत में बिग बैंग सिद्धांत (Big Bang Theory) अथवा विस्तारित ब्रह्मांड परिकल्पना (Expanding Universe hypothesis) सबसे महत्वपूर्ण है, सन 1920 में एडविन हबल ने ब्रह्मांड के विस्तार के संबंध में प्रमाण दिए, बिग बैंग सिद्धांत 1950 तथा 1960 के दशक में विस्तारित हुआ तथा 1972 में सत्यापित किया गयाl

      इस सिद्धांत के अनुसार ब्रह्मांड में सबकुछ एकाकी परमाणु से आज से लगभग 13.7 वर्ष पहले उपजाl



   समय बीतने के साथ आकाशगंगाओं के बीच की दूरियां बढ़ी और वे एक दूसरे से दूर हो गए आकाशगंगा तारों का समूह है
     स्पष्ट है कि प्रारंभ में ब्रह्मांड बहुत ही छोटे आकार का था जैसे ही ब्रह्मांड फैला अग्नि से विकिरण हुआ और यह फैल कर ठंडा हो गया, हल्के बादल पहले से ही उपस्थित थे , बादलों के कण गुरुत्वाकर्षण द्वारा एक दूसरे की ओर आकर्षित हुए  और विखंडित होकर आकाशगंगाओं का निर्माण करने लगे ,आकाशगंगाओं ने  स्वयं टूटकर तारों का निर्माण किया बाद में तारे भी टूटे और उसके टूटने से ग्रहों का निर्माण हुआ हमारे सौरमंडल की रचना इसी प्रकार हुई

Thursday, August 16, 2018

प्रश्न:- शैल चक्र से आप क्या समझते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट करें।

         शैल चक्र का संबंध चट्टानों के स्वरूपीय परिवर्तन से है। शैलें अपने मूल रूप में अधिक समय तक नहीं रहती हैं, बल्कि इनमें परिवर्तन होता रहता है। शैल चक्र एक सतत् प्रक्रिया है, जिसमें पुरानी शैलें परिवर्तित होकर नवीन रूप लेती हैं।

          आग्नेय शैलें प्राथमिक शैलें हैं तथा अन्य (अवसादी एवं कायांतरित) शैलें इन प्राथमिक शैलों से निर्मित होती हैं। आग्नेय शैलों के अनाच्छादन के फलस्वरूप अवसादी शैलों का तथा अत्यधिक ताप व दाब के फलस्वरूप कायांतरित शैलों का निर्माण होता है।

          आग्नेय एवं कायांतरित शैलों से प्राप्त अंशों से अवसादी शैलों का निर्माण होता है। अवसादी शैलें अपखंडों में परिवर्तित हो सकती हैं तथा ये अपखंड अवसादी शैलों के निर्माण का एक स्रोत हो सकते हैं। निर्मित भूपृष्ठीय शैलें (आग्नेय, कायांतरित एवं अवसादी) प्रत्यावर्तन के द्वारा पृथ्वी के आंतरिक भाग में नीचे की ओर जा सकती हैं तथा पृथ्वी के आंतरिक भाग में तापमान बढ़ने के कारण ये शैलें पिघलकर मैग्मा में परिवर्तित हो जाते हैं। यही मैग्मा सभी शैलों का मूल स्रोत हैं।

Monday, January 1, 2018

Geography

विश्व का भूगोल
1. ब्रह्माण्ड
2. पृथ्वी की गतियाँ तथा अक्षांश-देशांतर
3. पृथ्वी की आंतरिक संरचना
4. महासागरों और महाद्वीपों का वितरण
5. खनिज एवं शैल
6. भू-आकृतिक प्रक्रियाएँ
7. भू- आकृतियाँ तथा उनका विकास
8. महाद्वीपीय एवं प्रायद्वीपीय भूपटल के विभिन्न उच्चावच
9. महासागरीय नितल उच्चावच
10. महासागरीय जल (तापमान व लवणता)  
11. महासागरीय तरंग एवं धाराएँ  
12. 
विश्व की जलवायु 

13. वायुमंडल का संघटन तथा संरचना 
14. वायुमंडलीय परिसंचरण तथा मौसमी प्रणालियाँ
15. 
वायुमंडल में जल
16. 
सौर विकिरण, ऊष्मा संतुलन एवं तापमान 

17. विश्व के प्रमुख बायोम
18. विश्व की मिट्टियाँ
19. कृषि
20. पशुपालन एवं मत्स्यपालन
21. विश्व के प्रमुख खनिज संसाधन
22. विश्व के प्रमुख उद्योग
23. विश्व में परिवहन
24. विश्व की प्रजातियाँ एवं जनजातियाँ
25. पृथ्वी पर जनसंख्या का वितरण
26. प्रवास या स्थानांतरण
27. नगरीकरण
28. विश्व का क्षेत्रीय भूगोल
• एशिया
• यूरोप
• अफ्रीका
• उत्तरी अमेरिका
• दक्षिण अमेरिका
• आस्ट्रेलिया व ओशेनिया
• अंटार्कटिका 
भारत का भूगोल
29. भारत- स्थिति
30. संरचना तथा भूआकृति विज्ञान
31. अपवाह तंत्र
32. जलवायु
33. प्राकृतिक वनस्पति
34. मृदा
35. प्राकृतिक संकट तथा आपदाएँ  
36. भारत की कृषि
37. सिंचाई व बहुउद्देशीय परियोजना
38. भारत के खनिज संसाधन व उद्योग
39. भारत में परिवहन
40. भारत की जनजातियाँ
41. भारत की जनसंख्या व नगरीकरण
42. मानचित्र- क्रियाकलाप ( भारत एवं विश्व)